सितारों से आगे है अपनी ये दुनिया नयी जहाँ पे खड़े हम वहीं से है अब ज़िंदगी ये रस्मों-रिवाज़ों के बंधन को तोड़ के खुद को तो ले चल वहाँ खुलेंगे किताबों के पन्ने जहाँ पे परिंदों का हे आसमाँ उड़ने दो उड़ने दो ♪ ये सूरज की किरणें इन्हें तुम ना रोको कभी बदलते दीनों के तरीक़ों से सोचो कभी सपनों की उड़ानों को मंज़ूर है अब लिख के नयी दास्ताँ पुरानी दलीलों को छोड़े वहीं पे अभी से कहे अलविदा उड़ने दो उड़ने दो ♪ बढ़ते रहे हम राहों पर मंज़िल भी हैं बेख़बर जीतेंगे हम खुद सी कभी कोई नहीं है फ़िकर बहारों में बहते रहेंगे सदा हम, है रब से कोई वास्ता गुनगुनाते रहेंगे ये गीत तेरे संग, जाने कितनी दफ़ा ये बातें बड़ी है जो लगने लगी, अब रुकना नहीं बेवज़ह उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो उड़ने दो