हुज़ूर, मैं तो आपका नौकर हूँ एक बार बादशाह अकबर और बीरबल घुड़सवारी करते-करते पत्ता-गोभी के खेत में पहुँच गए अकबर पत्ता-गोभी को देख कर बोले "ये पत्ता-गोभी की सब्जी कितनी स्वादिष्ट होती है मुझे यह बहुत पसंद है" बीरबल भी उनकी हाँ में हाँ मिलाते हुए कहते हैं "हुज़ूर, आपकी पसंद एकदम शाही है पत्ता-गोभी तो सब्ज़ियों में राजा है" कुछ दिनों बाद वे फ़िर उसी खेत से गुज़रे लेकिन इस बार अकबर पत्ता-गोभी को देखते ही बोले "कितनी घटिया सब्ज़ी होती है ये पत्ता-गोभी मुझे तो यह बिल्कुल भी पसंद नहीं पता नहीं लोग इसे कैसे खाते हैं" बीरबल बोले, "जी हुज़ूर, एकदम घटिया सब्जी ये इसे तो देखने का भी मन नहीं करता" तभी अकबर को याद आ जाता है कि पिछली बार तो बीरबल पत्ता-गोभी की तारीफ़ कर रहे थे और इस बार ये उसे घटिया बता रहे हैं अकबर बीरबल से पूछते हैं कि तुम्हारा क्या मतलब है बीरबल तुम पिछली बार तो कुछ और कह रहे थे और इस बार कुछ और? बीरबल सिर झुकाकर कहता है "हुज़ूर, इसका मतलब है कि मैं आपका नौकर हूँ पत्ता-गोभी का नहीं"