बीरबल और उसका दोस्त एक दिन बीरबल अपने दोस्त के साथ कहीं जा रहा था रास्ते में छोटा सा नाला था लेकिन उस पर बना पुल उतना मज़बूत नहीं था बीरबल किसी तरह उस पुल को पार कर लेता है लेकिन उसका दोस्त उस पार पहुँचने ही वाला होता है कि पुल टूट जाता है बीरबल अपने दोस्त का हाथ पकड़कर उस पार खींचने की कोशिश करता है उसका दोस्त स्वयं को बहुत ही मजबूर और विवश महसूस करता है और कहता है, "बीरबल, अगर तुम मेरी जान बचा लोगे तो मैं तुम्हें २० सिक्के दूँगा" बीरबल भावहीन होकर उसे धन्यवाद कहता है और पानी में गिर जाने देता है जब वह पानी से बाहर आता है तो बीरबल से कहता है कि तुमने मेरे साथ ऐसा क्यूँ किया? बीरबल कहता है, "इनाम पाने के लिए" उसका दोस्त कहता है कि क्या तुम मेरे बाहर निकलने का इंतज़ार नहीं कर सकते थे? इस पर बीरबल कहता है कि क्या तुम बाहर निकलकर इनाम देने वाली बात नहीं कर सकते थे बीरबल का दोस्त समझ जाता है कि मित्र चीज़ों या उपहार के लिए एक-दूसरे की मदद नहीं करते वह बीरबल का धन्यवाद करता है कि उसने उसकी आँखें खोल दी