तू रहे ख़ामोश क्यूँ? ना मुझे है होश क्यूँ? तू मुझे बता, क्या मैं करूँ? रास्ते ख़ामोश क्यूँ? तू ही बता, किसको दोष दूँ? तू ही बता, मैं रो लूँ या मैं हँसूँ? ना लग रहा है क्यूँ ठीक मुझे? तू ही बता, कैसे जीतूँ तुझे? बस में मेरे हो तो अपने भी मैं सारी ही ख़ुशियाँ, हाँ, दे दूँ तुझे हँसते तू दिख जाए बस, हाँ, मुझे दुख भी ना दुख कोई लगते मुझे तू मुझे बता, क्या मैं करूँ? ♪ तू मुझे बता, क्या मैं करूँ? तुझको देखे बिना आँखें सोती नहीं हाँ, क्यूँ रोता हूँ मैं जब तू होती नहीं? वीरानियाँ हैं क्यूँ चारों तरफ़ सबकुछ खोता हूँ मैं जब तू होती नहीं पहले के जैसी तेरी मुस्कुराहट ना तब से मेरे दिल को मिलती भी राहत ना चाहे चला जाए दूर कहीं तू मेरे लिए कम करना तू चाहत ना ना लग रहा है क्यूँ ठीक मुझे? तू ही बता, कैसे जीतूँ तुझे? बस में मेरे हो तो अपने भी मैं सारी ही ख़ुशियाँ, हाँ, दे दूँ तुझे हँसते तू दिख जाए बस, हाँ, मुझे दुख भी ना दुख कोई लगते मुझे तू मुझे बता, क्या मैं करूँ?