Kishore Kumar Hits

Sunil Dutt - Mohabbat Ko Kiski Lagi Baddua şarkı sözleri

Sanatçı: Sunil Dutt

albüm: Kurbaan


मंदिर से या मस्जिद से
या तो गिरजाघर से
हो, धरती से या अंबर से
या पूछो बंदा-पर्वर से
पूछो बंदा-पर्वर से
हो, मोहब्बत को किसकी लगी बददुआ?
मोहब्बत को किसकी लगी बददुआ?
कभी दो दिलों का मिलन ना हुआ
मोहब्बत को किसकी लगी बददुआ?

आएँ दिलों से मिलन की सदाएँ
आँखें निहारें मोहब्बत की राहें
काटे कटें ना जुदाई की रातें
बहुत याद आएँ मोहब्बत की बातें
बहुत याद आएँ मोहब्बत की बातें
मोहब्बत को किसकी लगी बददुआ?
कभी दो दिलों का मिलन ना हुआ
मोहब्बत को किसकी लगी बददुआ?

ना पूछो, "दीवानों का है हाल कैसा?"
एक पल गुज़रता है १०० साल जैसा
मेहरबानी इतनी मेरे ख़ुदा कर
हमें मौत दे-दे, मगर ना जुदा कर
हमें मौत दे-दे, मगर ना जुदा कर
मोहब्बत को किसकी लगी बददुआ?
कभी दो दिलों का मिलन ना हुआ
मोहब्बत को किसकी लगी बददुआ?

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