सारे शिकवे भुला के, आजा सीने से लगा ले, आजा छोड़ दे ये झूठी-मूठी नाराज़गी सारे शिकवे भुला के, आजा सीने से लगा ले, आजा छोड़ दे ये झूठी-मूठी नाराज़गी तुझको बुलाएँ मेरी ख़ामोशियाँ तू लौट आ, तू लौट आ तू लौट आ, यारा, तू लौट आ ♪ ख़्वाबों से ख़ाली आँखें मेरी आँखों की है ये आरज़ू १०० माफ़ियाँ तुझसे मैं माँग लूँगा आजा, तू मेरे रू-ब-रू कर माफ़ मेरी गुस्ताख़ियाँ तू लौट आ, तू लौट आ तू लौट आ, यारा, तू लौट आ ♪ तस्वीर तेरी रख के सिरहाने कितना किया था इंतज़ार अब ना बुलाना आवाज़ देके दूर जा चुकी हूँ तुझसे, यार तू याद रखना तेरी गुस्ताख़ियाँ तू लौट आ, तू लौट आ तू लौट आ, यारा, तू लौट आ