Kishore Kumar Hits

Munawar Faruqui - Kajal şarkı sözleri

Sanatçı: Munawar Faruqui

albüm: Madari


ये दूरियाँ बढ़ाते हो
पास ना बुलाते हो
सफ़र का अब मज़ा नहीं
ना काँधे पे तुम सुलाते हो
ये फ़ासलों की दीवारों से
देखो मुझे दरारों से
पुकारती वो तितलियाँ
चल फ़िर चलें बहारों में
आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम
आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम
चलें कहीं, चले कहीं हम
खोएँ तारों की महफ़िल में
आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम
आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम
चलें कहीं, चले कहीं हम
खोएँ तारों की महफ़िल में

झूठ मेरे माफ़ कर
मैं हूँ यहीं, तू बात कर
मैं सुन रहा शिकायतें
मैं बदलूँगा आदतें
सजा के तुझको मैं रख लूँगा
कड़वे सच को मैं चख लूँगा
लगी नज़र इस दुनिया की
काजल अपने साथ
लाओ हुज़ूर, लाओ हुज़ूर तुम
आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम
चलें कहीं, चले कहीं हम
खोएँ तारों की महफ़िल में
आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम
आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम
चलें कहीं, चले कहीं हम
खोएँ तारों की महफ़िल में
आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर
आओ हुज़ूर, आ भी जाओ, हुज़ूर
चलें कहीं, चलें कहीं
तारों की महफ़िल में

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