ज़िंदगी से मैंने मेरी कुछ नहीं माँगा कभी ♪ ज़िंदगी से मैंने मेरी कुछ नहीं माँगा कभी तू जो मेरे पास है तो दूर मुझसे ग़म सभी मुस्कुराहट बन के मेरे होंठ पे बिखरा रहे प्यार तेरा और मेरा ऐसे ही चलता रहे मुझे है तेरी हर घड़ी फ़िकर कहीं ये तेरा मन गया जो भर ना जाने तुम्हें कब लगे ख़बर मैं कब की हूँ मर-मिटी तुम पर मैं तेरी राह देखूँगी, तुम भी कुछ ऐसा करना नहीं आए तो रो दूँगी, तुम ना कुछ ऐसा करना मैं तेरी राह देखूँगी, तुम भी कुछ ऐसा करना नहीं आए तो रो दूँगी, तुम ना कुछ ऐसा करना ♪ तू सामने बैठा रहे, तुझे देखा करूँ रात-दिन धीरे से फिर तुझसे कहूँ, दिल धड़कता नहीं तेरे बिन तुझी से मेरी साँसों का सफ़र तुझी से मेरे इश्क़ का असर ना जाने तुम्हें कब लगे ख़बर मैं कब की हूँ मर-मिटी तुम पर मैं तेरी राह देखूँगी, तुम भी कुछ ऐसा करना नहीं आए तो रो दूँगी, तुम ना कुछ ऐसा करना मैं तेरी राह देखूँगी, तुम भी कुछ ऐसा करना नहीं आए तो रो दूँगी, तुम ना कुछ ऐसा करना