दिल की ख़ता भी है क्या? मुझको गिला भी है क्या? इस दिल्लगी के सिवा दिल ने किया भी है क्या? आशिक़ है ये, चोर नहीं है, मैं क्या करूँ? दिल पे मेरा ज़ोर नहीं है, मैं क्या करूँ? आशिक़ है ये, चोर नहीं है, मैं क्या करूँ? दिल पे मेरा ज़ोर नहीं है, मैं क्या करूँ? ये दिल दीवाना, दीवाना, हाँ, है ये दिल दीवाने ने मुझको भी कर डाला दीवाना (Drop) मैंने उसके शहर को छोड़ा, उसकी गली में दिल को तोड़ा फिर भी सीने में धड़कता है ये दिल मैंने दिल से उसे निकाला, जो ना करना था, कर डाला फिर भी याद उसी को करता है ये दिल ये दिल दीवाना, दीवाना, हाँ, है ये दिल दीवाने ने मुझको भी कर डाला दीवाना