बस एक और बात, बस एक और रात कल होगा ना साथ, ना होगी वो बात बस एक और बात, बस एक और रात ♪ वक़्त ना इतना, कहने को कितना वक़्त ना इतना, कहने को कितना जिस्म हैं कितने, रूह कहीं ना बस एक और बात, बस एक और रात कल होगा ना साथ, ना होगी वो बात ♪ होश रहा ना, जोश बचा ना दूर तो था तू, अब धुँधला सा महफ़िलों में तू, मैं अँधेरी रात कुछ राज़ जो ख़ास, हाँ, रहेंगे वो पास तुम रहोगे हमेशा दिल के पास बस एक और बात, बस एक और रात कल होगा ना साथ, ना होगी वो बात