दिल पे जो गुज़री है यहाँ करें कैसे बयाँ, तू बता तुझको तुझी से माँग कर तुझी से कह रहा "अलविदा" हाँ, रूह तक चल के आने दे मुझको तेरे साये से मेरी परछाई मिलने दे इश्क़ मैंने पाया तेरे हाथों की लकीरों में बाँध ले आवारा इन साँसों को ज़ंजीरों में इश्क़ मैंने पाया तेरे हाथों की लकीरों में बाँध ले आवारा इन साँसों को ज़ंजीरों में क्यूँ होंठ मेरे, बातें तेरी हैं? क्यूँ जिस्म मेरा, साँसें तेरी हैं? दर्द में भी मैं तनहा हूँ, जाने क्यूँ खोया रहता हूँ दर्द में भी मैं तनहा हूँ, जाने क्यूँ खोया... इश्क़ कर ले आ, दे सज़ा मुझको अपनी नज़रों में दे पनाह मुझको, जान-ए-जाँ इश्क़ मैंने पाया तेरे हाथों की लकीरों में बाँध ले आवारा इन साँसों को ज़ंजीरों में इश्क़ मैंने पाया तेरे हाथों की लकीरों में बाँध ले आवारा इन साँसों को ज़ंजीरों में