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Vinod Khanna - Dabangg Reloaded şarkı sözleri

Sanatçı: Vinod Khanna

albüm: Dabangg 2


तीर चले तलवार चले
और मौत खड़ी थराये
तीर चले तलवार चले
और मौत खड़ी थराये
चार दिशाएं थर थर कांपे
शेर सा जब घुराये
गला पकड़ ले जब पापी का
गला पकड़ ले जब पापी का
सांस वहीं थम जाए
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
बल से अम्बर डोले धरती
पाँव धरे फट
जावे फट जावे जावे
दुर्जन जिसके पास न आवे
दुष्कर्मी घबरावे
घबरावे हाय
हो निर्बल जय जय कार करे
और दुर्बल महिमा गावे
जो भी उसके आड़ आवे
जीवन भर पछतावे
गला पकड़ले जब पापी का
अरे साँस वही थम जाए
एक के मारे दो मर जावे
ऐसी बाण घुमावे
घुमावे हाय
लाठी सर पे जिसके बाजे
फूट सा सर खिल जावे
हाँ सर खील जावे
अरे कनपट्टी पे हाथ पढे तो
होश कभी न आवे
आँखों में जब ज्वाला भड़की
लोह भस्म हो जावे
गला पकड़ले जब पापी का हो
गला पकड़ले जब पापी का
साँस वही थम जाए
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग

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