हम थे, तुम थे हल्की-हल्की बरसात थी हम थे, तुम थे हल्की-हल्की बरसात थी वो प्यार का हसीन पल क्या याद है तुम्हें बहके-बहके हम दोनों के जज़्बात थे बहके-बहके हम दोनों के जज़्बात थे वो सोज़ मे डूबी गज़ल क्या याद है तुम्हें हम थे, तुम थे हल्की-हल्की बरसात थी वो प्यार का हसीन पल क्या याद है तुम्हें ♪ बाहों में भर के मैं तुम्हें खोया हुआ था प्यार में बेचैनिया भी थी सनम उस चैन में, करार में, उस चैन में, करार में महकी-महकी तन्हाई थी क्या रात थी एक ख्वाब में गुजरा वो कल, क्या याद है तुम्हें हम थे, तुम थे हल्की-हल्की बरसात थी वो प्यार का हसीन पल क्या याद है तुम्हें, क्या याद है तुम्हें ♪ मासूमियत पे मैं तेरी कितना फ़िदा था जाने जाँ चेहरे पे तेरे जान-ए-मन क्या नूर था रवां-रवां,क्या नूर था रवां-रवां पर्वत के नीचे ठहरी हुई जो झील थी उस झील में खिलता कमल क्या याद है तुम्हें हम थे, तुम थे हल्की-हल्की बरसात थी वो प्यार का हसीन पल क्या याद है तुम्हें, क्या याद है तुम्हें