दिल में मेरे जो भी बात है कह दे तो मैं बोल दूँ तोहफ़ा तू रब का नायाब है तेरा क्या मैं मोल दूँ ख़ुशबू से तेरी महका हुआ है दिल का मेरा आसमाँ नैना मेरे इश्क़ में माहिर हो गए तेरे लिए ख़ुद से मुहाजिर हो गए नैना मेरे इश्क़ में माहिर हो गए तेरे लिए ख़ुद से मुहाजिर हो गए तेरे ही लिए करूँ इबादत रब से तेरे ही लिए करूँ बग़ावत सब से शुरू है मेरी इश्क़-ए-रिवायत तुझ से, साहिबा तेरे ही लिए करूँ इबादत रब से तेरे ही लिए करूँ बग़ावत सब से शुरू है मेरी इश्क़-ए-रिवायत तुझ से, साहिबा ♪ देखती हैं मेरी निगाहें तुझे ख़्वाब में रात-भर चाँद है तू मेरी तक़दीर का मेरे लिखा हाथ पर कर दे इनायत तू मेरे दिल पे हो जाऊँ तुझ में फ़ना नैना मेरे इश्क़ में माहिर हो गए तेरे लिए ख़ुद से मुहाजिर हो गए नैना मेरे इश्क़ में माहिर हो गए तेरे लिए ख़ुद से मुहाजिर हो गए तेरे ही लिए करूँ इबादत रब से तेरे ही लिए करूँ बग़ावत सब से शुरू है मेरी इश्क़-ए-रिवायत तुझ से, साहिबा तेरे ही लिए करूँ इबादत रब से तेरे ही लिए करूँ बग़ावत सब से शुरू है मेरी इश्क़-ए-रिवायत तुझ से, साहिबा