बेहद मुझे तू प्यारा लगे बेहद मुझे तू प्यारा लगे कोई जो तू इशारा करे बेहद मुझे तू प्यारा लगे कोई जो तू इशारा करे तू जो मुस्काए तो मैं भी मुस्काऊँ तू जब मुझको देखे तो जान से ही जाऊँ एक इशारे पे तेरे मेरी नज़र झुकती है एक इशारे पे तेरे राहें मेरी मुड़ती हैं एक इशारे पे तेरे वादियाँ गूँजती हैं एक इशारे पे तेरे मेरी साँसें रुकती हैं ♪ किस मिट्टी का तू है बना? मेरे आशियाने की नीव रख दे कैसे तू पल में बदले फ़िज़ा को? मुझे भी सिखा दो बस यूँ ही चलते-चलते तू जो मुस्काए तो मैं भी मुस्काऊँ तू जब मुझको देखे तो जान से ही जाऊँ एक इशारे पे तेरे नींद मेरी उड़ती है एक इशारे पे तेरे खुशियाँ मुझे मिलती हैं एक इशारे पे तेरे ख़्वाहिशें जगती हैं एक इशारे पे तेरे मेरी धड़कन बढ़ती है एक इशारे पे तेरे... एक इशारे पे तेरे... एक इशारे पे तेरे... एक इशारे पे तेरे... तेरे निशाँ पे यूँ चलना मुझको बड़ा अच्छा है लगे दिल पे हमेशा मुझे रखना तुम तेरा ना हो साया तो कैसे रहूँ सँभल के? तू जो मुस्काए तो मैं भी मुस्काऊँ तू जब मुझको देखे तो जान से ही जाऊँ एक इशारे पे तेरे मेरी नज़र झुकती है एक इशारे पे तेरे राहें मेरी मुड़ती हैं एक इशारे पे तेरे वादियाँ गूँजती हैं एक इशारे पे तेरे मेरी साँसें रुकती हैं एक इशारे पे तेरे-, एक इशारे पे तेरे... एक इशारे पे तेरे... (एक इशारे पे तेरे...) एक इशारे पे तेरे... (एक इशारे पे...)