बाँहों में तेरी आ के लगा मेरा सफ़र तो यहीं तक है तुम पे शुरू, तुम पे ही ख़तम मेरी कहानी तुम्हीं तक है दिल को जो दे राहत सी तुझमें है वो खामोशी १०० बार तलाश लिया खुद को कुछ तेरे सिवा ना मिला मुझको साँसें लेना मैं छोड़ भी दूँ तुमको छोड़ ना पाऊँगी, हाँ मैं फिर भी तुमको चाहूँगी मैं फिर भी तुमको चाहूँगी इस चाहत में मर जाऊँगी मैं फिर भी तुमको चाहूँगी ♪ आँखें खुले तो मैं देखूँ तुझे सिर्फ़ यही फ़रमाइश है पहली तो मुझको याद नहीं तू मेरी आख़िरी ख़्वाहिश है सह लूँ मैं अब तेरी कमी मुझसे ये होगा ही नहीं तुम ऐसे मुझमें शामिल हो तुम जान मेरी, तुम ही दिल हो शायद मैं भुला दूँ खुद को भी पर तुमको भूल ना पाऊँगी मैं फिर भी तुमको चाहूँगी मैं फिर भी तुमको चाहूँगी इस चाहत में मर जाऊँगी मैं फिर भी तुमको चाहूँगी