मेरी बीवी भी मुझसे बहुत प्यार करती थी हाँ, हर घड़ी, हर पहर हर दिशा में तुम हो, मैं देखती हूँ जिधर मैं मुस्कुरा के तुम्हें जान भी ये दे दूँ, तुम माँग लो जो अगर हाँ, हर घड़ी, हर पहर हर दिशा में तुम हो, मैं देखती हूँ जिधर मैं मुस्कुरा के तुम्हें जान भी ये दे दूँ, तुम माँग लो जो अगर हाँ, मैं भी अब मैं ना रहूँ और तू ना तू रहे एक-दूजे में खो जाएँ हम मिल जाएँ आ इस क़दर हाँ, हर घड़ी, हर पहर हर दिशा में तुम हो, मैं देखता हूँ जिधर मैं मुस्कुरा के तुम्हें जान भी ये दे दूँ, तुम माँग लो जो अगर