राहतें तेरी बाँहों में है चाहें मेरी तेरी राहों में है मेरी लकीरों में तेरी लकीरें मिले इस तरह जैसे सागर से मिलने को बरसी हो बूँदें यूँ ही बेवजह ओ, मोरे सय्याँ, नैनों में तू ही बसे ओ, मोरे सय्याँ, लग जा तू आके गले दिल के किनारों पे, दिल की दीवारों पे तेरी ही बातें लिखूँ रोते हुए पल भी लगते हैं हँसते जो तू आए मेरे रू-ब-रू ऐसा अपना नाता, क्या रिश्ता कहलाता? बस तेरी बनके रहूँ ऐसा अपना नाता, क्या रिश्ता कहलाता? बस तेरा बनके रहूँ ओ, मोरे सय्याँ, नैनों में तू ही बसे ओ, मोरे सय्याँ, लग जा तू आके गले ओ, मोरे सय्याँ, नैनों में तू ही बसे ओ, मोरे सय्याँ, लग जा तू आके गले ज़िंदगी नई राहों में है बारिश नई, नई परछाई है मेरी हर एक कमी को तू पूरा करें है, हाँ, कुछ इस तरह जैसे सूखे से शाखों ने पत्तों को फिर से, हाँ, दी हो पना ओ, मोरे सय्याँ, नैनों में तू ही बसे ओ, मोरे सय्याँ, आके यूँ लग जा गले मोरे सय्याँ, नैनों में तू ही बसे ओ, मोरे सय्याँ, आके यूँ लग जा गले