पलकें झुका के तुम पास आये फिर कैसे कोई नैना मिलाये दिल की कहानी दिल ही छुपाये मैं ये ना जानूँ क्यूँ ना जानूँ जब भी मैं सोचूँ वो तेरी बातें क्यूँ थम सा जाए ये सारा जहाँ हर पल ये चाहूँ तू पास आये दूरी ना हो कोई दरमियाँ मैं हूँ तू हो और ना हो कोई आ प्यार बांट ले ज़रा कल ये पल हो नही ओ... दिल की पलकें ना झुकाना धड़कनों को ना बढ़ाना दिल से दिल की बातें होने दो राज़ कोई ना रहेगा साज़ कोई ना बजेगा गहरे पक्के नाते होने दो मान लो थम गया हवाओं का जो शोर था जान लो रुक गया तूफानों में जो ज़ोर था मैं हूँ तू हो और ना हो कोई आ प्यार बांट ले ज़रा कल ये पल हो नही आसमां के सारे तारे देख के ये तुझको सारे देखते ही रह जाते है क्यूँ बहती ये ठंडी हवायें तुझको जब ये छू के जाये फिर से छूने आती है ये क्यूँ हर रास्ता तेरी राहों पे मुड़ने लगा हर वास्ता तेरी साँसों से जुड़ने लगा मैं हूँ तू हो और ना हो कोई आ प्यार बांट ले ज़रा कल ये पल हो नही ओ...