शायद दिल को ख़बर थी नहीं गुज़रा समाँ याद आएगा तुझसे जुदा होते ही, यारा अपना सफ़र रुक जाएगा आँखों में कोई ख़्वाब है नहीं फिर क्यूँ रात-भर जागता हूँ मैं? क्यूँ तुझे चाहता हूँ मैं? तुझे चाहता हूँ क्यूँ? जब हम जुदा हो चुके हैं, फिर भी जाने क्यूँ तुझे चाहता हूँ मैं, तुझे चाहता हूँ क्यूँ? ♪ दूर है नज़र से तू, फिर भी दिल के पास है ख़ुश हैं तेरी यादों में, हम कहाँ उदास हैं दुनिया की बातों से क्या फ़र्क़ पड़ता है दिल जानता है, तू हर क़दम पे साथ है साथ हैं नहीं माना आज हम कुछ बदला नहीं, ये मानता हूँ मैं क्यूँ तुझे चाहता हूँ मैं? तुझे चाहता हूँ क्यूँ? जब हम जुदा हो चुके हैं, फिर भी जाने क्यूँ तुझे चाहता हूँ मैं, तुझे चाहता हूँ क्यूँ? ♪ बीते वक्त के पन्ने रोज़ मैं पलटता हूँ ज़िंदगी में ना सही, काग़ज़ों में तेरा हूँ कही तूने बातें जो, ख़ुदी को सुनाता हूँ दिल मुझे मनाता है, दिल को मैं मनाता हूँ यादों से भरी तेरी हर कमी तू ना आएगा, ये जानता हूँ मैं क्यूँ तुझे चाहता हूँ मैं? तुझे चाहता हूँ क्यूँ? जब हम जुदा हो चुके हैं, फिर भी जाने क्यूँ तुझे चाहता हूँ मैं, तुझे चाहता हूँ क्यूँ?