चाहे कुछ ना कहना, भले चुप तू रहना मुझे है पता तेरे प्यार का ख़ामोश चेहरा, आँखों पे पहरा ख़ुद है गवाह तेरे प्यार का तेरी झुकी नज़र, तेरी हर अदा मुझे कह रही है ये दास्ताँ कोई शख़्स है जो कि इन दिनों तेरे ज़हन-ओ-दिल पे है छा गया तेरी झुकी नज़र, तेरी हर अदा मुझे कह रही है ये दास्ताँ जब तेरी उँगलियाँ मुझको छू जाती हैं तो कई ख़्वाब दिल में जगा जाती हैं "इतनी बेरंग भी तो नहीं ज़िंदगी" हर मुलाक़ात मुझसे ये कह जाती है तेरी ही बाँहों में, पनाहों में रहना मुझे हर-दम सदा तेरी ही यादों में, निगाहों में रहना मुझे हर-दम सदा तेरी ही बाँहों में, पनाहों में रहना मुझे हर-दम सदा हर-दम सदा तेरी ज़ुल्फ़ जब भी बिखर जाती है ऐ हसीं, तू हसीं और हो जाती है जो किताबों में पढ़ते रहे आज तक वो परी हमको तुझमें नज़र आती है मैंने हवाओं को, फ़िज़ाओं को करते सुना चर्चा तेरा मैंने घटाओं को, ख़लाओं को करते सुना चर्चा तेरा मैंने हवाओं को, फ़िज़ाओं को करते सुना चर्चा तेरा