इश्क़ भी किया रे मौला दर्द भी दिया रे मौला इश्क़ भी किया रे मौला दर्द भी दिया रे मौला यूँ तो खुश रहा मगर कुछ रेह गया बाकी फक्र भी किया है मौला इल्म भी लिया रे मौला ज़िन्दगी जिया मगर कुछ रेह गया बाकी तू नहीं दिखा रे मौला सब नहीं बिका रे मौला और जहाँ रुका, वहाँ पे जाम है खाली दम तरम रा रा रा चाह की कमी में तू है आँख की नमी में तू है आँसूं में तू, प्यास में तू, साँस में तू बेवजह हँसी में तू है जो दिखे उसी में तू है अश्क़ में तू, रश्क़ में तू, जान में तू इश्क़ भी किया रे मौला दर्द भी दिया रे मौला यूँ तो खुश रहा मगर कुछ रेह गया बाकी फक्र भी किया है मौला इल्म भी लिया रे मौला ज़िन्दगी जिया मगर कुछ रेह गया बाकी तू नहीं दिखा रे मौला सब नहीं बिका रे मौला और जहाँ रुका वहाँ पे जाम है खाली दम तरम रा रा रा ज़ीस्त की सच्चाईयों से रूह की गेहराईयों से रात की तन्हाइयों से तू गुज़र ज़रा ज़ीस्त की सच्चाईयों से रूह की गेहराईयों से रात की तन्हाइयों से तू गुज़र ज़रा दम तरम रा रा रा