याद है वो सारी वो सारी बातें रातों में दिन थे दिन थी रातें तो क्या यह जीवन ऐसा ना था जैसा हमने सोचा तो क्या यह बंधन ऐसा था क्या जो कभी टूट ना सका वो रातें बाकी थी वो मुस्कुराहट तुम्हारी थी वो चाहत भरा एहसास लबों पे बातें हमारी थी ♪ अंजाने रास्तों पे जब हम साथ थे दोस्तों के संग भी अपने ख्वाब थे तो क्या यह जीवन ऐसा ना था जैसा हमने सोचा तो क्या यह बंधन ऐसा था क्या जो कभी टूट ना सका वो रातें बाकी थी वो मुस्कुराहट तुम्हारी थी वो चाहत भरा एहसास लबों पे बातें हमारी थी ♪ वो रातें वो मुस्कुराहट वो चाहत लबों पे बातें हमारी थी तो क्या यह जीवन ऐसा ना था जैसा हमने सोचा तो क्या यह बंधन ऐसा था क्या जो कभी टूट ना सका ए दिल तुझको क्या हो गया ओ यारों मैं फिर खो गया वो रातें, वो रातें वो मुस्कुराहट वो चाहत, वो चाहत लबों पे बातें हमारी थी