साथी, सुनो बतियाँ काटे ना कारी-कारी रतियाँ प्रीत की बरसन झर-झर-झर लगी है पिया मिलन की है आस साथी, सुनो बतियाँ काटे ना कारी-कारी रतियाँ प्रीत की बरसन झर-झर-झर लगी है पिया मिलन की है आस साथी, सुनो बतियाँ... ♪ सुरमई अखियों में डूबी, झूम उठी, दुनिया है खिली राहें खोई, खोई, खोई, पुरवाइयाँ छेड़े मुझे सुरमई अखियों में डूबी, झूम उठी, दुनिया है खिली राहें खोई, खोई, खोई, पुरवाइयाँ छेड़े मुझे उलझी केश ओढ़ूँ, सुलगी भेष सँवारू मन के द्वार खोलूँ, पिया से तार जोड़ूँ बैरन बनी देस-देस फिरूँ पिया मिलन की है आस साथी, सुनो बतियाँ काटे ना कारी-कारी रतियाँ प्रीत की बरसन झर-झर-झर लगी है पिया मिलन की है आस साथी, सुनो बतियाँ... सा नि सा नि ध नि ग मा पा नि सा नि नि सा नि पा मा ग सा