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Siddharth Pandit - Khudkhushi (From "Yaara") şarkı sözleri

Sanatçı: Siddharth Pandit

albüm: Khudkhushi (From "Yaara")


जेबों में भर के सूरज का टुकड़ा, भागे लेके ये तिनके
उधार के रफ़्तार में, उधार के रफ़्तार में
मौसम है, आसमाँ में मस्ती है, दोस्ती की चुस्की ले
दमदार सी हिम्मत भरी, दमदार सी हिम्मत भरी
मन के चिराग़ों को ख़यालों से जलाएँ
हरे ख़यालों की चादरें चढ़ाएँ
हिम्मत की जाली से छाने रोशनी
रोशनी की चाशनी मिलाएँ
खुदखुशी की तैश है दिल के मज़ारों में, बाज़ारों में
खुदखुशी की तैश है दिल के मज़ारों में, बाज़ारों में
मामूली सी ख्वाहिशें दिल के मज़ारों में, बाज़ारों में
मामूली सी ख्वाहिशें दिल के मज़ारों में, बाज़ारों में

बाँध के यारा खाबों की घंटी
बचपन के उन किस्सों की भरमार हैं, रफ्तार में
बस्ते में कुछ चटकीले सपने हैं, जुड़ते हैं ये नीदों में
गहरी नदी, सुनसाँ गली, आजा थाम ले मेरा हाथ ये
जेबों में भर के सूरज का टुकड़ा, भागे लेके ये तिनके
उधार के रफ़्तार में, उधार के रफ़्तार में
मन के चिराग़ों को ख़यालों से जलाएँ
हरे ख़यालों की चादरें चढ़ाएँ
हिम्मत की जाली से छाने रोशनी
रोशनी की चाशनी मिलाएँ
खुदखुशी की तैश है दिल के मज़ारों में, बाज़ारों में
खुदखुशी की तैश है दिल के मज़ारों में, बाज़ारों में
मामूली सी ख्वाहिशें दिल के मज़ारों में, बाज़ारों में
मामूली सी ख्वाहिशें दिल के मज़ारों में, बाज़ारों में

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