जी लेंगे हम तेरे बिना मैं आधा था अब पूरा हुआ मौसम के बदलते सब फ़ीका पड़ा कुछ ना चाहा तुझसे, बस ख़ुश रह तू, ख़ुश रह तू ♪ ख़ुश रह तू, ख़ुश रह तू, ख़ुश रह तू (ख़ुश रह) सच्ची बात, सबसे अलग है है तू (सबसे) बस आदत एक, पुरानी लत है तू (पुरानी) सीधी बात, लड़की मुँहफट है तू (मुँहफट है तू) दिल के पास, मीलों है दूर पर (मीलों) एक दिल मिलेंगे ज़रूर हम तब तक हम दूरी में ठीक ऐसा ही अपना नसीब हम कर सकते क्या, चढ़ा जो नशा वो उतर गया बुना जो हमने वो उधड़ गया चढ़ा जो नशा वो उतर गया तेरे बिना पर मैं सुधर गया सुनने में आती है तेरी अब बातें रो-रो के काटे तू अपनी अब रातें चाहिए तुझे कुछ तो खड़े हैं यहाँ पे ख़ुश रह तू, ख़ुश रह तू, यही बस चाहते जी लेंगे हम तेरे बिना मैं आधा था अब पूरा हुआ मौसम के बदलते सब फ़ीका पड़ा कुछ ना चाहा तुझसे, बस ख़ुश रह तू, ख़ुश रह तू ♪ और हाँ... कहने को कह दिया पर दिल से ख़ुश तो नहीं और हाँ... सेचा था सह लूँगा पर रहा कहीं का नहीं कहने को कुछ तो है, पर किसको सुनाऊँगा? बातें अधूरी जो छोड़ी थी, उन्हें मैं गाके बताऊँगा कैसी पहेली थी तू, जिसमें हम फँस गए कैसे पिजरे में यूँ हम बँध गए ♪ जी लेंगे हम तेरे बिना मैं आधा था अब पूरा हुआ मौसम के बदलते सब फ़ीका पड़ा कुछ ना चाहा तुझसे, बस ख़ुश रह तू, ख़ुश रह तू