Kishore Kumar Hits

Vaibhav Malhotra - Kya Kasoor şarkı sözleri

Sanatçı: Vaibhav Malhotra

albüm: Kya Kasoor


तारों के आंगन में
चाँद यूँ है ग़ुम
आँखें हैं बतला रही
खामोश हैं हम-तुम
इन आँखों की गहराई में
जो खो भी जाऊं मैं तो
क्या कसूर?
क्या कसूर?
क्या कसूर?
क्या कसूर?
रंगों सी ये शामें
हैं हवांए गुमसुम
राहें हैं चल रही
थम गए हम-तुम
इन लफ़्ज़ों को कह जाने में
बेपरवाह हो जाऊं मैं तो
क्या कसूर?
क्या कसूर?
क्या कसूर?
क्या कसूर?

हसीं है ये रातें
अधूरी हैं कुछ बातें
क्या कसूर?
क्या कसूर?
क्या कसूर?
क्या कसूर?

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