रात-दिन अश्क-बार होते रहे ♪ रात-दिन अश्क-बार होते रहे हर घड़ी बेक़रार होते रहे रात-दिन अश्क-बार होते रहे ♪ हम सरापा वफ़ा थे इस जानिब ♪ हम सरापा वफ़ा थे इस जानिब हम सरापा वफ़ा थे इस जानिब और उधर कारोबार होते रहे और उधर कारोबार होते रहे रात-दिन अश्क-बार होते रहे ♪ हम पे भारी पड़ा हर एक सौदा ♪ हम पे भारी पड़ा हर एक सौदा हम पे भारी पड़ा हर एक सौदा इश्क़ में भी उधार होते रहे इश्क़ में भी उधार होते रहे रात-दिन अश्क-बार होते रहे ♪ उनके अंदाज़-ए-गुफ़्तगू से अदीन ♪ उनके अंदाज़-ए-गुफ़्तगू से अदीन उनके अंदाज़-ए-गुफ़्तगू से अदीन दिल में हम शर्मसार होते रहे दिल में हम शर्मसार होते रहे रात-दिन अश्क-बार होते रहे हर घड़ी बेक़रार होते रहे रात-दिन अश्क-बार होते रहे