रोया हूँ मैं तेरी जुदाई में उफ़ है दिलों में क्यूँ तन्हाईयाँ इक बार तेरा जो दीदार हो भूलूँ मुक़म्मल मैं सारा जहाँ मेरी ज़िद है तेरा-ही-तेरा मैं रहूँ तुझे हर दास्ताँ में लिखूँ मेरे ख़ाबों-ख़यालों में बस तू रहे तुझसे कैसे जुदा मैं रहूँ ♪ कुछ देर तक मेरा हाथ थाम ले चलके क़हीं दूर हम गुम हो जाएँ तुझपे ही ख़तम मेरा हर सफ़र सुबह टूट कर शामें बन जाएँ मेरी ज़िद है तेरा-ही-तेरा मैं रहूँ तुझे हर दास्ताँ में लिखूँ मेरे ख़ाबों-ख़यालों में बस तू रहे तुझसे कैसे जुदा मैं रहूँ ♪ दिल है ग़म-ज़दा क्यूँ तेरे बिना जीना क्यूँ मेरा ज़हर बन गया साँसें जोड़ दे मेरी साँसों से छोड़ा मुझको जहाँ मैं वहीं रह गया मेरी ज़िद है तेरा-ही-तेरा मैं रहूँ तुझे हर दास्ताँ में लिखूँ मेरे ख़ाबों-ख़यालों में बस तू रहे तुझसे कैसे जुदा मैं रहूँ ♪ रोया हूँ मैं तेरी जुदाई में उफ़ है दिलों में क्यूँ तन्हाईयाँ इक बार तेरा जो दीदार हो भूलूँ मुक़म्मल मैं सारा जहाँ