पगडंडी पे चल तू म्हारे प्यारे पगडंडी पे चल तू म्हारे प्यारे बड़े-बड़े रास्तों से गुम ना जावे तू बड़े-बड़े रास्तों से गुम ना जावे तू बड़े-बड़े रास्ते हैं भरम पे सवारे बड़े-बड़े रास्तें हैं भरम पे सवारे ऐसी-वैसी माया ते खो ना जावे तू ऐसी-वैसी माया ते खो ना जावे तू धीरे-धीरे, रे मना, मना धीरे-धीरे धीरे-धीरे सब कुछ होए माली सींचे सौं घणा-घणा रुत आए, रुत आए तो ही फल होए मटमैली राहों पे, राहों पे सीधा चल जा पैनी-पैनी राहों ते... पैनी-पैनी राहों ते मंज़िल पावे तू मटमैली राहों पे सीधा चल जा पैनी-पैनी राहों ते मंज़िल पावे तू मृगनयनी आँखों से यूँ ना डरना प्यारी-प्यारी आँखों ते ठंडक पावे तू जोवन लागे म्हारा सजना चित लेके भागे माहरा सजना जोवन लागे म्हारा सजना चित लेके भागे माहरा सजना पगडंडी पे चल तू म्हारे प्यारे पगडंडी पे चल तू म्हारे प्यारे बड़े-बड़े रास्तों से गुम ना जावे तू बड़े-बड़े रास्तों से गुम ना जावे तू बड़े-बड़े रास्ते हैं भरम पे सवारे बड़े-बड़े रास्ते हैं भरम पे सवारे ऐसी-वैसी माया ते खो ना जावे तू ऐसी-वैसी माया ते खो ना जावे तू हो, मन लागे माहरा सजना