देखूँ सारी दुनिया तेरे नज़रों से ना मानें ये आँखें नज़ारे सारे उठ के सिरहाने खेलें ज़ुल्फ़ों से तेरे ना मानें ये आँखें नज़ारे सारे तू है मिला ऐसे हाल-ए-दिल पूछता है बता आधी-आधी इस ज़िंदगी में जब मिला तुझ सा महरम दिल ये पूरा हुआ, दिल ये पूरा हुआ ख़ाली-ख़ाली मेरी मिन्नतों में जब मिला तुझ सा रहबर दिल ये पूरा हुआ, दिल ये पूरा हुआ ♪ बरखा के बादलों की तरह ओढ़ूँ मैं साया तेरा मन की दरगाह पे बाँधे धागे ये जिया रूह से तेरी लिपटा रहा सर्दी में चादर तरह मन के तू मेरे खोले ताले सारे तू है मिला ऐसे हाल-ए-दिल पूछता है बता आधी-आधी इस ज़िंदगी में जब मिला तुझ सा महरम दिल ये पूरा हुआ, दिल ये पूरा हुआ ख़ाली-ख़ाली मेरी मिन्नतों में जब मिला तुझ सा रहबर दिल ये पूरा हुआ, दिल ये पूरा हुआ ♪ तेरे बिना रैन ना भावे, नाही चंदा रास आवे जब तलक ना लागे हमसे तेरी ये नजरिया तू ही मेरा रास्ता रे, तुझसे ही वास्ता रे फ़ासले ना रखना हमसे, मेरी ये अरजिया