मेरे कुछ ऐसे अब रास्ते यहाँ —अब रास्ते यहाँ चल रहा जैसे कोई ख़ाब है यहाँ —कोई ख़ाब है यहाँ ♪ मेरे कुछ गुज़रे अब फ़ासले यहाँ —अब फ़ासले यहाँ खो गए जैसे कोई साथ है यहाँ —कोई साथ है यहाँ ♪ अब ये मुमकिन है के मैं कह भी दूँ जो है भी या नहीं अब ये मुमकिन है के मैं कह भी दूँ जो है भी या नहीं ♪ अब जो मिला, ये काफ़ी है (काफ़ी है, काफ़ी है) रस्ता मेरा ये रुकता नहीं (रुकता, रुकता नहीं) ठोकर लगे जो उठ जाऊँगा चलता रहूँ बस, परवाह नहीं परवाह नहीं (परवाह, परवाह, परवाह नहीं) परवाह नहीं (परवाह, परवाह, परवाह नहीं) परवाह नहीं (परवाह, परवाह, परवाह नहीं) परवाह नहीं (परवाह, परवाह, परवाह नहीं) अब ये मंज़िल है के मैं चल भी दूँ जो बेपरवाह यूँ ही अब ये मंज़िल है के मैं चल भी दूँ जो बेपरवाह यूँ ही