अधूरी सी हमारी ये कहानियाँ आ, संग पूरी करतें है, चल, दोनों आ, फ़िर दोहराएँ वो सुहानी याद मिलके ज़रा है तेरे-मेरे बीच जो भी ख़ामियाँ (ख़ामियाँ) भुला के जीएँ, अब चाहें कुछ भी हो ख़्वाबों का है बनाया मैंने आशियाँ, उसमें तू आ रहा ना जाता दूर अब, बुला रही है राहें सब जहाँ थी, देख, माँगी जो दुआ तू वो बन गया आसमाँ मेरा जिसमें हैं बसते मेरे प्यार के सारे बादल आ, बता देना, मिलूँ कहाँ मैं तुझे, कभी यूँ आकर आसमाँ मेरा जिसमें हैं बसते मेरे प्यार के सारे बादल आ, बता देना, मिलूँ कहाँ मैं तुझे, कभी यूँ आकर ♪ साज़िशें भी हुई तारों की उस घड़ी लिख रही थे नयी दास्ताँ टूट के वो सभी चाहते थे यही बोल दूँ मैं कोई राज़, हाँ (राज़, हाँ) रहा ना जाता दूर अब, बुला रही है राहें सब जहाँ थी, देख, माँगी जो दुआ तू वो बन गया आसमाँ मेरा जिसमें हैं बसते मेरे प्यार के सारे बादल आ, बता देना, मिलूँ कहाँ मैं तुझे, कभी यूँ आकर आसमाँ मेरा जिसमें हैं बसते मेरे प्यार के सारे बादल आ, बता देना, मिलूँ कहाँ मैं तुझे, कभी यूँ आकर ♪ आसमाँ मेरा