ओ, रात भर ना मुझे नींद आई दर्द देने लगी ये जुदाई ओ, रात भर ना मुझे नींद आई दर्द देने लगी ये जुदाई जाने क्यूँ? जाने क्यूँ? जाने क्यूँ? बैठे-बैठे अचानक तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है ♪ ओ, आओ मिल के ये दूरी मिटा लें प्यास अपने दिलों की बुझा लें आओ मिल के ये दूरी मिटा लें प्यास अपने दिलों की बुझा लें मुझसे तन्हाईयाँ कह रही हैं मुझको तेरी जरूरत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है ♪ आ, चैन लेने ना दे बेक़रारी छाई रहती हमेशा खुमारी चैन लेने ना दे बेक़रारी छाई रहती हमेशा खुमारी क्या कहूँ कैसी हालत है मेरी जबसे तुझसे मोहब्बत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है तुमसे मिलने की चाहत हुई है