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Prashant Katheriya - Aise Zaroori Ho Mujkhko Tum - Unplugged Reprise şarkı sözleri

Sanatçı: Prashant Katheriya

albüm: Dreams Revisited (Unplugged)


ऐसे ज़रूरी हो मुझको तुम
जैसे हवाएँ साँसों को
ऐसे तलाशूँ मैं तुमको
जैसे कि पैर ज़मीनों को
हँसना या रोना हो मुझे
पागल सा ढूँढूँ मैं तुम्हें
कल मुझसे मोहब्बत हो-ना-हो
कल मुझको इजाज़त हो-ना-हो
टूटे दिल के टुकड़े ले कर
तेरे दर पे ही रह जाऊँगा, hmm-mmm
मैं फ़िर भी तुमको चाहूँगा
मैं फ़िर भी तुमको चाहूँगा
इस चाहत में मर जाऊँगा
मैं फ़िर भी तुमको चाहूँगा

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