दिल की बातों को दिल सुन लेगा तुम ये कहो, ना कहो ओ, प्यार छुपाना तो इन आँखों को ख़ामोश रखो छुपेगी ना, ये चाहत है जो माँगी थी वो मन्नत है इसे देखो, ये जन्नत है मेरी मानो, मोहब्बत है तुम्हें मुझसे मोहब्बत है मोहब्बत है दिल की बातों को दिल सुन लेगा तुम ये कहो, ना कहो तेरा जुनूँ, मेरी वफ़ा, एक पल कम ना हों तेरे बिना जीना पड़े वो मौसम ना हो वादा है ये, इस जहाँ में जब-जब आएँगे जितनी मिलें ज़िंदगियाँ तुम को चाहेंगे छुपी तुझमें ही राहत है नहीं तुझपे मेरा हक़ है तू बस मेरी अमानत है मेरी मानो, मोहब्बत है तुम्हें मुझसे मोहब्बत है मोहब्बत है दिल की बातों को दिल सुन लेगा तुम ये कहो, ना कहो