Kishore Kumar Hits

Saaj Bhatt - Shehnaiyon Ki Awaaz şarkı sözleri

Sanatçı: Saaj Bhatt

albüm: Shehnaiyon Ki Awaaz


ਸੋਚਿਆ ਨਹੀਂ ਸੀ ਕਦੇ ਹੋਵਾਂਗੇ ਜੁਦਾ
ਸੱਚ ਦੱਸਾਂ ਹੁਣ ਤੇ ਚੰਗਾ ਲਗੇ ਨਾ ਖ਼ੁਦਾ
मिला था जो मुझको दुआ बन के
जा रहा है अब वो हवा बन के
ना जाने होके क्यूँ मजबूर जा रही
ये जो शहनाइयों की आवाज़ आ रही
मेरी जान मेरी ज़िंदगी से दूर जा रही
ये जो शहनाइयों की आवाज़ आ रही
मेरी जान मेरी ज़िंदगी से दूर जा रही

कितनी शिद्दत थी इश्क़ में, यार वे
तू जाने और तेरे मोहल्ले वाले
मेरे हाथों से सारे छीन रहे हाथ तेरा
फिर भी हैं तेरी ज़ुबाँ पे क्यूँ तालें?
आशिक़ की रातों की सुबह बन के
वफ़ा करते-करते बेवफ़ा बन के
अंदर से ख़ुद भी होके चूर जा रही
ये जो शहनाइयों की आवाज़ आ रही
मेरी जान मेरी ज़िंदगी से दूर जा रही
ये जो शहनाइयों की आवाज़ आ रही
मेरी जान मेरी ज़िंदगी से दूर जा रही

मुझे ख़ुशबू आ रही है जुदाइयों की
उसके मोहल्ले से आवाज़ आ रही है शहनाइयों की
इस बीमार आशिक़ का कोई तो इलाज कर दो
कोई जाओ और शहनाइयों की बंद आवाज़ कर दो

Поcмотреть все песни артиста

Sanatçının diğer albümleri

Benzer Sanatçılar