हीरे ना चाहू ना मोती मैं चाहू चाहू बस तुझे पाना कैसी ये दूरी है कैसी मज़बूरी जो होने ना दे पूरी ये कहानी रे मौला साथिया रे बेलिया रे तेरे बगैर मैं अधूरा रहा इश्क़ आँधी है इश्क़ तूफ़ान है मेरे ज़ख्मो का एक अरमान है दिल के आँखों से बेहने लगा है बस तेरा नशा तेरे बिना एक पल भी मैं चैन से ना रेह पाया तेरी बाहों में मुझको जो सुकून था आया तुझे पाकर भी मैंने खो दिया क्या गलती थी ये बता दे तुझे ढूंढा अर्श से फ़र्श तलक फिर क्यूँ अधूरा रहा मैं हीरे ना चाहू ना मोती मैं चाहू चाहू बस तुझे पाना कैसी ये दूरी है कैसी मज़बूरी जो होने ना दे पूरी ये कहानी रे मौला साथिया रे बेलिया रे तेरे बगैर मैं अधूरा रहा साथिया रे बेलिया रे तेरे बगैर मैं अधूरा रहा इश्क़ की बातें रब ही जाने लाख़ बचाये कोई दिल नहीं माने इश्क़ सतावे इश्क़ रुलावे तोड़ सारे कस्में वादे सूली चढ़ जावे