ॐ... (महादेव...) (हर-हर महादेव) हर-हर महादेव शिवा चदा झाँके तेरे ही शीश से सारा जग जगमगाए, ॐ नमः शिवाय गंगा बहती तेरी जटाओं से सारे जग को नहलाए, ॐ नमः शिवाय हो, विष का प्याला जो पिया तूने तब से तू नीलकंठ है जग को सँभाला तूने हर युग में कब से तू आदि-अंत है धरती-अंबर क्या है तुझी में ही तीनों लोक समाए, ॐ नमः शिवाय हर-हर महादेव शिवा ♪ हर-हर महादेव शिवा ♪ जनम-जनम के पाप धुल जाएँ ऐसी शक्ति है तेरी क़िस्मत के ताले खुल जाएँ (खुल जाएँ) करता भक्ति जो तेरी नंदी पे होके सवार तू आ, कर दे सबका उद्धार तू हर ले सारी बलाएँ काल आ के फिर लौट जाए रे मृत्युंजय जो भी गाए, ॐ नमः शिवाय (शिवाय) देवों के देव हो तुम त्रिदेवों में जो महादेव कहलाए, ॐ नमः शिवाय हो, विष का प्याला जो पिया तूने तब से तू नीलकंठ है जग को सँभाला तूने हर युग में (हर युग में) कब से तू आदि-अंत है चंदा झाँके तेरे ही शीश से सारा जग जगमगाए, ॐ नमः शिवाय (ॐ) ॐ शंकराय नमः, ॐ महेश्वराय नमः, ॐ सदा-शिवाय नमः शिवा, शिवा, शिवा, शिवा ॐ त्रिलोकेशाय नमः, ॐ जटाधराय नमः, ॐ दिगंबराय नमः शिवा, शिवा, शिवा, शिवा, ॐ