पल भर में छूट गया तू पल भर में टूट गया मैं मुझसे जो रूठ गया तू खुद से ही रूठ गया मैं पल भर में छूट गया तू पल भर में ही टूट गया मैं मुझसे जो रूठ गया तू खुद से ही रूठ गया मैं क़िस्मत को मोड़ दूँ मैं कैसे पीछे छोड़ दूँ? तेरी यादें हैं दिल में बसी इस दिल को कैसे तोड़ दूँ? क़िस्मत को मोड़ दूँ मैं कैसे पीछे छोड़ दूँ? तेरी यादें हैं दिल में बसी इस दिल को कैसे तोड़ दूँ? तो आज भी तेरा इंतज़ार है ♪ पल भर तेरा नाम पुकारूँ पल भर तुझे देखूँ-निहारूँ पल भर तेरे सीने से लगूँ (हाए) पल भर तेरी पायल बदलूँ पल भर तुझे गीत सुनाऊँ पल भर तुझे छू कर देखूँ वो पल अब है कहाँ? जब खुशनुमा था आसमाँ जब ख़्वाबों के रंगों से हम रंग देते थे सारा जहाँ वो पल अब है कहाँ? जब खुशनुमा था आसमाँ पर बारिश बरसती आँखों से अब मैं यहाँ, और तू कहाँ? तो आज भी तेरा इंतज़ार है