हम खो गए हैं ख़्वाबों में तेरे ख़्वाबों में तेरे गुम हो गए हैं वो सारे सवेरे तुम जब थे मेरे ये यादें क्यूँ सोने ना देती हैं? आँखों के आगे ही रहती हैं मैं कैसे सँभालूँ इस दिल को भला? दिल में तो तू रहती है हाँ, थक चुका हूँ गले से लगा ले, फिर अपना बना ले हाँ, टूट गया हूँ नया सा तू कर दे, फिर हँस के दिखा दे माना जुदा है, दिल दुखता है मगर ख़ुश हूँ कि ख़ुश तू रहती है मैं कैसे सँभालूँ इस दिल को भला? दिल में तो तू रहती है हाँ, हाँ, हाँ, हाँ हाल सुनाऊँ तुझे, कभी तेरा सुनूँ ज़रा माना अब मैं नहीं दिल में तुम्हारे रहा पर एक आस है, मेरे पास में रह ले तू काश सदा जितना भी देखूँ, दिल भरता नहीं जो चाहा था, बिल्कुल तू वैसी है मैं कैसे सँभालूँ इस दिल को भला? दिल में तो तू रहती है