हाथ तेरे-मेरे हाथों में अटते कि जैसे कोई टूटे दिल का टुकड़ा जुड़ा हो मैं जैसा भी हूँ अब तेरा सिर्फ तेरा हूँ ना जाने कैसा जादू आँखे करती तेरी! बिना शराब के शुरूर मैं जी पाऊँ मैं जो भी हूँ अब तेरा, तेरे कारण हूँ दूर क्यूँ? पास आओ ना, नज़रें चुराओ ना दूर क्यूँ? पास आओ ना, आँखें मिलाओ ना मेरे तुम ♪ तेरे लिए सारे गाने लिखता जाऊँ दिल की ये कलम से कागज़ों को रंग जाऊँ ख़ामोशी तेरी कहती १०० कहानियाँ एक झलक तेरी मिल जाए समंदर की गहराई में चाहे आअूँगा वहाँ रोके ना रोके ये ज़माना दूर क्यूँ तू? पास आओ ना, नज़रें चुराओ ना दूर क्यूँ? पास आओ ना, आँखें मिलाओ ना मेरे तुम ♪ मेरे, तुम मेरे तुम मेरे तुम मेरे तुम मेरे मेरे तुम