ये क्या मुझ को होने लगा? दिल दीवाना खोने लगा ये क्या मुझ को होने लगा? दिल दीवाना खोने लगा है ये ख़ुमारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ है ये ख़ुमारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ ये क्या मुझ को होने लगा? दिल दीवाना खोने लगा ये क्या मुझ को होने लगा? दिल दीवाना खोने लगा है बेक़रारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ है बेक़रारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ ♪ नए-नए गुल खिलाए, तेरी अदा मुझ को भाए हाँ, नए-नए गुल खिलाए, तेरी अदा मुझ को भाए कोई सदा खिचे जाए, मुझे कहाँ चैन आए मैं इतना बेताब नहीं था इन पलकों में ख़ाब नहीं था है बेक़रारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ है ये ख़ुमारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ ♪ लगे मुझे दुनिया झूठी, तूने मेरी नींद लुटी लगे मुझे दुनिया झूठी, तूने मेरी नींद लुटी झुकी-झुकी तेरी आँखें, रुकी-रुकी मेरी साँसें दर्द ना समझे, हाल ना जाने धड़कन कोई बात ना माने है ये ख़ुमारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ है बेक़रारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ ये क्या मुझ को होने लगा? दिल दीवाना खोने लगा ये क्या मुझ को होने लगा? दिल दीवाना खोने लगा है ये ख़ुमारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ ओ, है बेक़रारी कैसी? कोई मुझ को बताएँ