ऐसा कोई साथी हो (साथी हो, साथी हो) ऐसा कोई प्रेमी हो (प्रेमी हो, प्रेमी हो) ऐसा कोई साथी हो (साथी हो, साथी हो) ऐसा कोई प्रेमी हो (प्रेमी हो, प्रेमी हो) नीले-नीले अंबर पर चाँद जब आए प्यार बरसाए, हमको तरसाए ऐसा कोई साथी हो, ऐसा कोई प्रेमी हो प्यास दिल की बुझा जाए नीले-नीले अंबर पर चाँद जब आए प्यार बरसाए, हमको तरसाए प्यार बरसाए, नीले-नीले अंबर पर ...हमको तरसाए ♪ हो, ऊँचे-ऊँचे पर्वत जब चूमते हैं अंबर को प्यासा-प्यासा अंबर जब चूमता है सागर को ऊँचे-ऊँचे पर्वत जब चूमते हैं अंबर को प्यासा-प्यासा अंबर जब चूमता है सागर को प्यार से कसने को, बाँहों में बसने को दिल मेरा ललचाए, कोई तो आ जाए ऐसा कोई साथी हो, ऐसा कोई प्रेमी हो प्यास दिल की बुझा जाए नीले-नीले अंबर पर चाँद जब आए प्यार बरसाए, हमको तरसाए प्यार बरसाए, नीले-नीले अंबर पर ...हमको तरसाए ♪ ठंडे-ठंडे झोंके जब बालों को सहलाएँ तपती-तपती किरणें जब गालों को छू जाएँ ठंडे-ठंडे झोंके जब बालों को सहलाएँ तपती-तपती किरणें जब गालों को छू जाएँ साँसों की गर्मी को, हाथों की नर्मी को मेरा मन तरसाए, कोई तो छू जाए ऐसा कोई साथी हो, ऐसा कोई प्रेमी हो प्यास दिल की बुझा जाए नीले-नीले अंबर पर चाँद जब आए प्यार बरसाए, हमको तरसाए