कुछ ख़ास है, कुछ पास है कुछ अजनबी एहसास है कुछ दूरियाँ, नज़दीकियाँ कुछ हँस पड़ी तन्हाइयाँ क्या ये खुमार है? क्या एतबार है? शायद ये प्यार है, प्यार है शायद क्या ये बहार है? क्या इंतज़ार है? शायद ये प्यार है, प्यार है शायद ♪ कुछ साज़ हैं जागे से जो थे सोए अल्फ़ाज़ हैं चुप से नशे में खोए नज़रें ही समझें ये गुफ़्तगू सारी कोई आरज़ू ने है अंगड़ाई ली प्यारी क्या ये खुमार है? क्या एतबार है? शायद ये प्यार है, प्यार है शायद ना इनकार है, ना इक़रार है शायद ये प्यार है, प्यार है शायद ♪ कहना ही क्या, मेरा दखल ना कोई दिल को दिखा दिल की शकल का कोई दिल से थी मेरी एक शर्त ये ऐसी लगे जीत सी मुझ को, ये हार है कैसी? क्यूँ ये बुख़ार है? क्यूँ बेक़रार है? शायद ये प्यार है, प्यार है शायद जादू सवार है, ना इख़्तियार है शायद ये प्यार है, प्यार है शायद ♪ प्यार शायद ♪ प्यार है शायद