दिल आजकल मेरी सुनता नहीं दिल आजकल पास रहता नहीं दिल आजकल मेरी सुनता नहीं दिल आजकल पास रहता नहीं ये तुझ से ही मिलने को चाहे ये तेरी ही करता है बातें क्या तुम हो, क्या तुम हो वही? क्या तुम हो, क्या तुम हो वही? दिल आजकल मेरी सुनता नहीं दिल आजकल पास रहता नहीं ♪ तेरी आँखों के रस्ते ये चले जाता है जो बुलाऊँ मैं, कभी लौट आता नहीं बेख़बर ये ज़माने से टकराता है बेधड़क मुझ से कहता है मैं हूँ यूँ ही ये तुझ से ही मिल के हुआ है जो तेरी नज़र ने छुआ है क्या तुम हो, क्या तुम हो वही? क्या तुम हो, क्या तुम हो वही? दिल आजकल मेरी सुनता नहीं दिल आजकल पास रहता नहीं ♪ है हुनर एक नया इसको तुझ से मिला मुसकुराते ये मिलता है सबको अभी आधी रातों में मुझ को ये देता उठा मुझ से पूछे, "ये रातें क्यूँ कटती नहीं?" ये तुझ से ही मिल के हुआ है जो तेरी नज़र ने छुआ है क्या तुम हो, क्या तुम हो वही? क्या तुम हो, क्या तुम हो वही? दिल आजकल मेरी सुनता नहीं दिल आजकल... ♪ Pawan Rasaily plays the guitar like only he can Magic, romance, the hills, he's from Assam He brings it all with him, the breeze, the heart The lyrics of "दिल आजकल" by Prashant Ingole An amazing, amazing lyricist We've had the joy of working with over and over again And of course, the heart and the soul The composition, Ram Sampath