दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए उँगलियाँ रखते हैं वो हम पे उठाने के लिए दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए उँगलियाँ रखते हैं वो हम पे उठाने के लिए दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए ♪ क्या कुसूर उनका, ये इक रस्म चली आई है क्या कुसूर उनका, ये इक रस्म चली आई है क्या कुसूर उनका, ये इक रस्म चली आई है तोहमतें होती हैं दुनिया में लगाने के लिए तोहमतें होती हैं दुनिया में लगाने के लिए उँगलियाँ रखते हैं वो हम पे उठाने के लिए दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए ♪ ना ख़ुदा मान के बैठे थे जिनकी कश्ती में ना ख़ुदा मान के बैठे थे जिनकी कश्ती में वो हमें मौजों में लाए थे डुबाने के लिए वो हमें मौजों में लाए थे डुबाने के लिए उँगलियाँ रखते हैं वो हम पे उठाने के लिए दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए ♪ वो हवाओं की तरह रुख़ को बदल लेते हैं वो हवाओं की तरह रुख़ को बदल लेते हैं वो हवाओं की तरह रुख़ को बदल लेते हैं हम नसीबों से लड़े थे जिन्हें पाने के लिए हम नसीबों से लड़े थे जिन्हें पाने के लिए उँगलियाँ रखते हैं वो हम पे उठाने के लिए दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए