ना हो गर आशना नहीं होता ना हो गर आशना नहीं होता बुत किसी का ख़ुदा नहीं होता ना हो गर आशना नहीं होता ♪ तुम ही उस वक़्त याद आते हो तुम ही उस वक़्त याद आते हो जब कोई आसरा नहीं होता जब कोई आसरा नहीं होता ना हो गर आशना नहीं होता ♪ दिल में कितना सुक़ून होता है दिल में कितना सुक़ून होता है जब कोई मुद्दआ नहीं होता जब कोई मुद्दआ नहीं होता ना हो गर आशना नहीं होता ♪ हो ना जब तक शिकार-ए-नाकामी हो ना जब तक शिकार-ए-नाकामी आदमी काम का नहीं होता आदमी काम का नहीं होता ना हो गर आशना नहीं होता ♪ ज़िंदगी थी शबाब तक, Seemab ज़िंदगी थी शबाब तक, Seemab अब कोई सानेहा नहीं होता अब कोई सानेहा नहीं होता ना हो गर आशना नहीं होता