तू कहाँ ले जाए, जान ही ना पाए मोड़ ऐसे आए, गोरी, तेरे आगे-पीछे तू कहाँ ले जाए, जान ही ना पाए मोड़ ऐसे आए, गोरी, तेरे आगे-पीछे ज़िंदगानी "बेवफ़ा माशूक़" तू कहलाई मंज़िलों को तू छुपा ले, राह में भटकाए मैंने भी तुझे सताया है बड़ा तूने भी मुझे बनाया है बड़ा बेवफ़ा माशूक़ा, तू कभी ना क़ाबू में किसी के आए तू कहाँ ले जाए, जान ही ना पाए मोड़ ऐसे आए, गोरी, तेरे आगे-पीछे तू कहाँ ले जाए, जान ही ना पाए मोड़ ऐसे आए, गोरी, तेरे आगे-पीछे ♪ तेरे तेवर तीखे-तीखे कोई नख़रा तुमसे सीखे धोका देके हँसती है तू जीने वाला चाहे चीखे झूठ तेरे वादे आरज़ू मिटा दें दिल में जो लगी हो वो आग ही बुझा दे सारी ज़िंदगानी "बेवफ़ा माशूक़" तू कहलाई रास्तों को रास्तों से ख़ूब तू उलझाए मैंने भी तुझे जलाया है बड़ा तूने भी मुझे बुझाया है बड़ा बेवफ़ा माशूक़ा, तू कभी ना क़ाबू में किसी के आए तू कहाँ ले जाए, जान ही ना पाए मोड़ ऐसे आए, गोरी, तेरे आगे-पीछे तू कहाँ ले जाए, जान ही ना पाए मोड़ ऐसे आए, गोरी, तेरे आगे-पीछे