बीते कल में, तेरे हम संग थे तेरे संग से, जीते यूँ हम थे 'ज़ुदा ना होंगे', कहते ये तुम थे कहाँ गए हो? यूँ दूर हमसे तेरी बातें, ना भूला मैं कभी वो सारी बातें, जो तूने थी कही कहा था तूने, कि 'जाना ना कहीं' खड़ा हूँ अब मैं, मैं तनहा फिर यहीं फ़ासले हैं हुए, ना चाहते हुए भी जानूँ ना हूँ कहाँ, मेरे साथ तू नहीं कैसे कहूँ कि आज भी तेरा इंतज़ार है? कैसे कहूँ कि आज भी मुझे तुझसे प्यार है? ये प्यार तेरा, बिन तेरे कुछ नहीं जीयूँ मैं कैसे, ये अधूरी ज़िंदगी? लौट आओ, संग जी लें ज़िंदगी पूरी करले, जो हसरतें थी बची ♪ वो प्यार तेरा, तेरा है सभी भुला ना पाऊं, वो लम्हें मैं कभी जिन मैं तू थी, बस तू ही थी बसी सपने दिखाकर, क्यँ तोड़े हैं सभी? जी रहा हूँ, तेरे सपनों में अभी जिसमे ना तू है, पर आहट हो रही मेरे लबों को, फिर छू ले तू अभी तड़प रहा हूँ, मैं फिर से अब यहीं आना चाहूँ पर कैसे आऊं मैं? दूरियों की दीवारें कैसे हटाऊं मैं? आना चाहूँ पर कैसे आऊं मैं? दूरियों की दीवारें कैसे हटाऊं मैं?